पुणे में पालने में गला घोंटने से 8 वर्षीय बच्चे की मौत

चिमुकली और उसकी बहन की चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने अपने माता-पिता को बुलाया।
बच्चों की चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने उनके माता-पिता को बुलाया। अस्पताल ले जाते समय लड़की की रास्ते में मौत हो गई।
महाराष्ट्र के पुणे जिले में मंगलवार को पालने में गला घोंटकर एक आठ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। चिमुकली पुणे के पिंपरी चिंचवड़ स्थित अपने घर में अपनी छोटी बहन के साथ खेल रही थी। घटना तब हुई जब माता-पिता घर पर नहीं थे। चिमुकली पलंग से फिसल कर पालने पर गिर पड़ी और उसका गला घोंट दिया गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बेटियों को घर पर खेलने के लिए छोड़कर माता-पिता घर से बाहर चले गए। उन्होंने घर का दरवाजा बंद कर लिया था। चिमुकली बिस्तर पर खेल रही थी और बाद में उसने अपनी छोटी बहन के साथ खेलने का फैसला किया। उसने अपने पास आने की कोशिश की, लेकिन वह बिस्तर से फिसल गई और पालने पर गिर गई। पालने में गर्दन आने से बच्ची का गला घोंट दिया गया।
चिमुकली और उसकी बहन की चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने अपने माता-पिता को बुलाया। परिजन उसे अस्पताल ले जा रहे थे, तभी बच्ची की मौत हो गई।
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने चिमुकली के माता-पिता के बयान दर्ज कर लिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल प्रशासन की ओर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद वे आगे की कार्रवाई करेंगे।
इसी तरह की घटना पुणे के चिखली थाना क्षेत्र में 29 अगस्त को हुई थी। दुपट्टा से खेल रही आठ साल की बच्ची की मौत पर्दे की पट्टी से लटककर हो गई। पुलिस ने कहा कि कपड़े को कस दिया गया और लड़की का गला घोंट दिया गया।
सुमैय्या शेख (8) और उसकी तीन बड़ी बहनें घर पर खेल रही थीं, जबकि उसके माता-पिता बाहर थे। जब उसके माता-पिता आए, तो उन्होंने दुपट्टे से गला घोंटने के बाद लड़की को अनुत्तरदायी पाया। वे उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है।
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