करोलबाग थाने के बाहर अधिवक्ता की पिटाई, लूटपाट

अदालत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक बयान के माध्यम से कानून मंत्रालय की प्रतिक्रिया मांगी, जिसने कौमार्य परीक्षण को अवैज्ञानिक, चिकित्सकीय रूप से अनावश्यक और अविश्वसनीय घोषित किया है।
एक अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार तड़के करोल बाग पुलिस थाने के बाहर एक वकील की कथित तौर पर पिटाई की गई और कुछ लोगों ने लूटपाट की, जो एक दुर्घटना में फूड डिलीवरी बॉय के मारे जाने के बाद वहां जमा हुए थे। पुलिस ने कहा कि उन्हें गलती से संदेह हो गया था कि वकील दुर्घटना के मामले में आरोपी की मदद करने के लिए वहां पहुंचे थे।
- पीटीआई
- आखरी अपडेट:28 अगस्त, 2021, 01:30 IST
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नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) करोल बाग थाने के बाहर शुक्रवार तड़के एक अधिवक्ता की कथित तौर पर पिटाई की गयी और कुछ लोगों ने लूटपाट की। पुलिस ने कहा कि उन्हें गलती से संदेह हो गया था कि वकील दुर्घटना के मामले में आरोपी की मदद करने के लिए वहां पहुंचे थे।
पुलिस के अनुसार, विनोद कुमार (45) गुरुवार की रात खाना देने के लिए जा रहा था, जब उसे रचित सिंघल नाम की एक कार ने टक्कर मार दी, जो कथित तौर पर नशे की हालत में थी। पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद कुमार के कई साथी और रिश्तेदार करोल बाग थाने के बाहर जमा हो गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस समय मामले की जांच चल रही थी, शुक्रवार को तड़के करीब 4.05 बजे एक पीसीआर कॉल आई जिसमें वकील आशीष कपूर ने कहा कि उन्हें लगा कि कुछ लोग उनका पीछा कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुछ देर बाद कपूर मदद लेने थाने पहुंचे। हालांकि, थाने के बाहर जमा हुए डिलीवरी बॉय के परिवार और दोस्तों को लगा कि आरोपी की मदद के लिए वकील वहां आया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुस्से में आकर उन्होंने कपूर के साथ मारपीट की और पांच लाख रुपये का बैग छीन लिया। घटना के बाद जांच अधिकारी को जिला लाइन भेजा गया। अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है और सभी बयानों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है।
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